जितनी बड़ी बाधा, उतनी ही अधिक परमेश्वर की महिमा
वह जीवन जो परमेश्वर को महिमा देता है, उसमें परम विशाल चुनौतियाँ होती हैं।
प्रस्तावना
"तब मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ाया; और यहोवा ने रात भर प्रचण्ड पुरवाई चलाई, और समुद्र को दो भाग करके जल ऐसा हटा दिया, जिससे उसके बीच सूखी भूमि हो गई। तब इस्राएली (इब्रानी लोग) समुद्र के बीच स्थल ही स्थल पर होकर चले, और जल उनकी दाहिनी और बाईं ओर दीवार का काम देता था। तब मिस्री, अर्थात् फ़िरौन के सब घोड़े, रथ और सवार उनका पीछा किए हुए समुद्र के बीच में चले गए।"
– निर्गमन १४:२१-२३
"फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ा कि जल मिस्रियों, और उनके रथों, और सवारों पर फिर बहने लगे।” तब मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ाया, और भोर होते होते क्या हुआ कि समुद्र फिर ज्यों का त्यों हो गया; और मिस्री उलटे भागने लगे, परन्तु यहोवा ने उनको समुद्र के बीच ही में झटक दिया।"
– निर्गमन १४:२६-२७
“और यहोवा ने मिस्रियों पर जो अपना पराक्रम दिखलाया था, उसको देखकर इस्राएलियों (इब्रानी लोगों) ने यहोवा का भय माना और यहोवा पर और उसके दास मूसा पर भी विश्वास किया। तब मूसा और इस्राएलियों ने यहोवा के लिये यह गीत गाया। उन्होंने कहा, “मैं यहोवा का गीत गाऊँगा, क्योंकि वह महाप्रतापी ठहरा है; घोड़ों समेत सवारों को उसने समुद्र में पटक दिया है। यहोवा मेरा बल और भजन का विषय है, और वही मेरा उद्धार भी ठहरा है; मेरा परमेश्वर वही है, मैं उसी की स्तुति करूँगा, (मैं उसके लिये निवास-स्थान बनाऊँगा), मेरे पूर्वजों का परमेश्वर वही है, मैं उसको सराहूँगा। यहोवा योद्धा है; उसका नाम यहोवा है।“
– निर्गमन १४:३१ -१५:३
"आख़िरकार, फ़िरौन ने इब्री जाति को जाने दिया। और वे लोग मिस्र से बाहर निकल आए। परंतु फ़िरौन का मन बदल गया। अपनी सेना के साथ उसने समुद्र के किनारे तक इब्री लोगों का पीछा किया। तब परमेश्वर ने इब्री लोगों के लिए समुद्र को दो भागों में बांट दिया कि वे सूखी भूमि पर चलकर उसे पार कर लें। और जब मिस्रियों ने उनका पीछा किया तो परमेश्वर ने समुद्र का पानी वापस लौटा दिया और पूरी सेना को डुबो दिया।"
– "आशा" अध्याय ६
ध्यान से देखें और विचार करें
आइए आज के पाठ को दो दृष्टिकोणों से देखते हैं जैसे कि एक कैमरे की लेंस से देख रहे हों। पहले हम 'क्लोज़-अप व्यू' देखेंगे अर्थात् निकट से देखेंगे, और फिर हम 'वाइड-एंगल व्यू' के लिए 'ज़ूम-आउट' करेंगे (अर्थात् सब बातों के परिवेश में कर देखेंगे)।
'क्लोज-अप व्यू' देखेने पर अर्थात् निकट से देखने पर आप नमक की धुंध को लगभग महसूस कर सकते हैं क्योंकि आपके सामने समुद्र है और पीछे से मिस्र की सेना पास आती जा रही है। आपने अब तक का अपना पूरा जीवन मिस्र में एक दास के रूप में बिताया। और फिर परिस्थितियों ने जैसे एक अविश्वसनीय रूप से नाटकीय मोड़ लिया, जब मिस्र देश के शासक ने न केवल आपको जाने देने का निर्णय लिया बल्कि उसने आपको कई मूल्यवान धन-संपत्ति के साथ वहाँ से निकल जाने दिया। अभी आपने मिस्र देश को छोड़ा भी नहीं था कि हर तरफ़ हजारों लोग आप को और आपके परिवार को घेरें हैं। हर चेहरे पर डर है। फिर जब आप सोचते हैं कि स्वतंत्रता की सारी आशा समाप्त हो गई हैं, मूसा अपनी लाठी उठाता है, और आपके सामने का समुद्र दो भागों में बँट जाता है! जहाँ कोई मार्ग नहीं था वहाँ परमेश्वर ने एक मार्ग बनाया।... न केवल आपके लोगों के लिए बच निकलने का एक मार्ग, परंतु मिस्र की सेना के खतरे को नष्ट करने का भी एक मार्ग।
अब ज़ूम-आउट करके, इस घटना को एक व्यापक संदर्भ में देखते हुए पुनः जाँच करते हैं। स्मरण करें कि इस अध्याय के पहले पाठ में हमने एक दर्शन पर विचार किया था जिसमें परमेश्वर ने अब्राहम को आने वाले समय के बारे में एक अद्भुत पूर्वावलोकन दिया था:
- अब्राहम के वंशज परदेशी होकर उस देश में रहेंगे जो उनका अपना न था।
- वे वहाँ दास बनकर रहेंगे और चार सौ वर्ष तक प्रताड़ित किए जाएँगे।
- अंत में परमेश्वर उस देश पर न्याय डालेगा, जिसने उन्हें दास बनाया था।
- परमेश्वर के न्याय के बाद, अब्राहम के वंशज बड़ा धन लेकर वहाँ से निकल जाएँगे।
- अब्राहम की मृत्यु, बुढ़ापे में शांति से होगी।
परमेश्वर ने जो कुछ भी अब्राहम से कहा था, वह सब आज की कहानी के साथ पूर्ण हुआ। जिन लोगों ने अब्राहम की कहानी सुनी (और उस पर विश्वास किया) जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक सौंपी जा रही थी, वे लोग अवश्य ही आज के दिन की प्रतीक्षा कर रहे होंगे। जब परमेश्वर ने समुद्र को दो भागों में बाँटा, वे लोग कम आश्चर्यचकित नहीं थे, किंतु सम्भवतः वे लोग थोड़ा कम चिंतित हुए होंगे क्योंकि वे जानते थे कि परमेश्वर ने उन्हें छुड़ाने की प्रतिज्ञा दी थी और उस समय तक अन्य जितनी भी बातों की प्रतिज्ञा परमेश्वर ने की थी, वे सब पूर्ण हो चुकी थी।
पूछें और मनन करें
- आप क्या सोचते हैं कि परमेश्वर ने ऐसा क्यों होने दिया कि पहले तो इब्री लोग मिस्र देश से रिहा कर दिए जाएँ और फिर मित्र देश की सेना उनका पीछा करें? (सुझाव: निर्गमन १४:३१-१५:३ पदों को पढ़ें, जो इस पाठ के आरंभ में दिए गए हैं)
- परमेश्वर ने इब्री लोगों के लिए एक मार्ग तैयार किया, जब कोई मार्ग नहीं दिखाई दे रहा था। क्या परमेश्वर ने आपके लिए भी एक मार्ग तैयार किया है, जब आपको कोई मार्ग दिखाई नहीं दे रहा था? यदि ऐसा है, तो वर्णन करें। आपकी प्रतिक्रिया क्या थी? क्या वह निर्गमन १४:३१-१५:३ में वर्णित इब्री लोगों की प्रतिक्रिया के समान थी?
- यदि वास्तव में ऐसे इब्री लोग थे जो परमेश्वर की अति विशिष्ट प्रतिज्ञा पर ध्यान लगाए रहे, तो क्या आप यह समझ सकते हैं कि उन्हें इस बात का इतना अधिक भरोसा क्यों था कि परमेश्वर उन्हें मिस्रियों से बचाएगा? क्या आप देख सकते हैं कि बाइबल में आपके लिए दी गई परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं का अध्ययन करना, परमेश्वर पर आपके भरोसे को कितना अधिक बढ़ा सकता है?
निर्णय लें और करें
बाइबल के वे अध्याय (निर्गमन 14 और निर्गमन 15) जो इस कहानी को विस्तार से बताते हैं, हमारे लिए अनेक सबक से भरे हुए हैं। इन अध्यायों को पढ़ने के लिए और उस पर मनन करने के लिए कुछ समय निकालें।
में निर्गमन 14:14 हम पढ़ते हैं, यहोवा आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा, इसलिये तुम चुपचाप रहो।" निश्चय ही, लड़ने और आवाज़ उठाने का अपना समय होता है, परंतु इब्री लोगों के लिए यह समय उन समयों में से एक नहीं था। परमेश्वर ने इस परिस्थिति को एक घोषणा करने के लिए रचा था। यदि इब्री लोग स्वयं को बचाने के लिए कुछ कर सकते (जो वे नहीं कर सकते थे), तो इतिहास में लोग यह कहते कि वे इब्री लोग बहुत ही उल्लेखनीय थे। किंतु परमेश्वर ने एक असमंजस की ऐसी स्थिति उत्पन्न की जिसका समाधान केवल परमेश्वर के पास था और जिसके लिए केवल वही प्रशंसा के योग्य ठहरे।
यदि आप चाहते हैं कि आपके जीवन से परमेश्वर को महिमा मिले, तो परीक्षाओं के लिए तैयार रहें। वह आपके जीवन में ऐसी किसी बाधा को आने की अनुमति दे सकता है जिसे दूर करने में केवल वही सक्षम हो। सच तो यह है कि, बाधा जितनी बड़ी होती है, उतनी ही अधिक परमेश्वर की महिमा होती है, जब वह उस बाधा पर विजय प्राप्त करता है। और यदि वह आपको शांत रहने के लिए कह रहा है, तो उसे आपकी लड़ाई लड़ने दें। इब्री लोगों के समान आप भी पाएँगे कि, "यहोवा एक योद्धा है"(निर्गमन 15:3) जो एक मार्ग तैयार कर सकता है, जब कोई मार्ग दिखाई नहीं देता!
अधिक अध्ययन के लिए पढ़ें
- Adrian Rogers, Promises of God. (Love Worth Finding Ministries, 2006). (http://www.lwf.org/site/PageServer?pagename=dis_PromisesOfGod). Retrieved October 17, 2006.