यीशु के आश्चर्यकर्म
यीशु के दर्ज़ आश्चर्यकर्मों की एक सूची
- पानी को दाखरस में बदलना (यूहन्ना २:१-११)
- एक राजकर्मचारी के पुत्र को चंगा करना (यूहन्ना ४:४६-५४)
- सभागृह में एक व्यक्ति को दुष्टात्माओं से छुड़ाना (मरकुस १:२१-२८; लूका ४:३१-३७)
- पतरस की सास को चंगा करना (मरकुस १:२९-३१; लूका ४:३८-३९; मत्ती ८:१४-१५)
- दो जालों में से पहला जाल मछलियों से भरना और उसके पहले चार शिष्यों को बुलाना (लूका ५:१-११)
- एक कोढ़ के रोगी को रोग-मुक्त करना (मरकुस १:४०-४५; मत्ती ८:१-४)
- लकवे के रोगी को चंगा करना (मरकुस २:१-१२; मत्ती ९:२-८; लूका ५:१७-२६)
- बेतहसदा के पास एक रोगी को चंगा करना (यूहन्ना ५:१-१५)
- एक व्यक्ति जिसका हाथ सूख गया था उसे चंगाई देना (लूका ६:६-११; मत्ती १२:९-१३; मरकुस ३:१-५)
- एक सेनापति के सेवक को चंगा करना (लूका ७:१-१०; मत्ती ८:५-१३)
- विधवा के मृत पुत्र को जिलाना (लूका ७:११-१६)
- गूंगी और अंधी दुष्टात्मा को निकालना (लूका ११:१४-२६; मत्ती १२:२२:३२; मरकुस ३:२२-३०)
- आँधी को शांत करना (मरकुस ४:३५-४१; मत्ती ८:१८-२७; लूका ८:२२-२५)
- गदरा में दुष्टात्माओं से ग्रस्त व्यक्ति को चंगा करना (मरकुस ५:१-२०; मत्ती ८:२८-३३; लूका ८:२६-३६)
- लहू बहने के रोग से ग्रस्त स्त्री को चंगा करना (मरकुस ५:२५-३४; मत्ती ९:१८-२६; लूका ८:४०-५६)
- याईर की मृत पुत्री को जिलाना (मरकुस ५:२१-४३)
- दो अंधों को चंगा करना (मत्ती ९:२७-३१)
- एक गूँगे व्यक्ति में से दुष्टात्मा को निकालना (मत्ती ९:३२-३४)
- पाँच रोटियों और दो मछलियों से ५००० से अधिक लोगों को भोजन खिलाना (यूहन्ना ६:१-१४; मत्ती १४:१३-२१; मरकुस ६:३२-४४; लूका ९:१०-१७)
- पानी पर चलना (मत्ती १४:२२-२३; यूहन्ना ६:१५-२१; मरकुस ६:४५-५२)
- सिरोफ़ोनीशियन महिला की पुत्री को दुष्टात्माओं के कब्जे से छुड़ाना (मत्ती १५:२१-२८; मरकुस ७:२४-३०)
- एक बहरे और गूंगे व्यक्ति को चंगा करना (मरकुस ७:३१-३७)
- अन्य ४००० से अधिक को भोजन खिलाना (मरकुस ८:१-१०; मत्ती १५:३२-३९)
- बेतसैदा के अंधे व्यक्ति को चंगा करना (मरकुस ८:२२-२६)
- मिर्गी से रोगग्रस्त बालक में से दुष्टात्माओं को निकालना (मरकुस ९:१४-२९; मत्ती १७:१४-२१; लूका ९:३७-४२)
- मछली के मुंह से सिक्का मिलना (मत्ती १७:२४-२७)
- जन्म से अंधे व्यक्ति को चंगा करना (यूहन्ना ९:१-४१)
- अठारह वर्ष से दुष्टात्मा से पीड़ित स्त्री को चंगा करना (लूका १३:१०-१७)
- जलन्धर के रोग से पीड़ित व्यक्ति को चंगा करना (लूका १४:१-६)
- मृत लाजर को जिलाना (यूहन्ना ११:१-४६)
- दस कोढ़ियों को रोग- मुक्त करना (लूका १७:११-१९)
- अंधे बरतिमाई को चंगा करना (मरकुस १०:४६-५२)
- अंजीर के पेड़ का मुरझाना (मरकुस ११:१२-२६)
- मलखुस के कटे कान को छूकर उसे अच्छा करना (लूका २२ :४९-५; यूहन्ना १८:१०)
- दूसरे जाल को भी मछलियों से भरना (यूहन्ना २१:१-१२)